Cooling Tower in Hindi | Types of Cooling Tower | Natural Draft Cooling Tower | Mechanical Draft Cooling Tower | Forced Draft Cooling Tower | Induced Draft Cooling Tower | Cooling Tower Working Principal | What is Cooling Tower
What is Cooling Tower
कंडेसर में आने वाले रेफ्रीजरेन्ट को ठण्डा करने के लिये ठण्डा पानी प्रयोग में लाया जाता है। ठण्डा पानी रेफ्रिजिरेन्ट के ताप को ले लेता है जिससे रेफ्रिजरेन्ट ठण्डा हो जाता है। परन्तु पानी गर्म हो जाता है इस पानी को ठंडा करने के लिये कूलिंग टावर उपयोग मे लाया जाता है। गर्म पानी को ऊंचाई से गिराया जाता है। यह गर्म पानी इवैपोरेशन द्वारा ठंडा हो जाता है। कूलिंग टावर में कार्य करने ही क्षमता है निम्नलिखित बातो पर निर्भर करती हैं। (i) वायु का वेग (ii) वायु की दिशा (iii) गर्म पानी की मात्रा
Types of Cooling Tower
कूलिंग टावर दो प्रकार के होते है –
- Natural Draft Type Cooling Tower
- Mechanical Draft Type Cooling Tower
Natural Draft Type Cooling Tower

प्राकृतिक ड्रफ्ट कूलिंग टावर इस तरह के ड्राफ्ट का ओपन ड्राफ्ट टावर या वायुमण्डलीय टावर भी कहते है। ये टावर खुले स्थानो पर बने होते है और काफी स्थान घेरते है। यह बहुत ऊंचाई पर या बिल्डिंग पर बनाए जाते है। प्लेटफार्म की बनावट मे लकड़ी के घेरे को काफी ऊंचाई तक ले जाया जाता है। इनके मध्य में डेक या ड्राफ लगे होते है जिनके द्वारा विभाजन किया जाता है। इन्हे विभाजन कहा जाता है इन विभाजको पर सख्त कपड़े की तह लकड़ी के बोर्ड या टायल में तसले लगे होते है। ये विभाजक 60 cm की दूरी पर होते है। छोटे टायरो में सख्त कपड़े की तह 0-35 cm मोटी होती है और बड़े टायरो में लकड़ी के मोटे तख्ते होते है। पानी इन विभाजको (Devidiel) से होता हुआ सख्त कपड़े या तख्ते पर गिरता है। इस प्रकार पानी रूक-रूक कर फुहार के रूप मे आता है जिससे वायु मंडलीय वायु के सम्पर्क आकर पानी का तापक्रम कम हो जाए। जैसे ही सेंट्रीफ्यूगल कम्प्रैशर को चलाया जाता है तो यह ठंडे पानी को कंडेशर से गुजारता है। यह पानी कंडेसर से कम्प्रेस की हुई गैस की उष्मा ग्रहण करके एक पाइप द्वारा कूलिंग टावर की ऊंचाई पर चला जाता है जहाँ से गर्म पानी नोजलो के द्वारा पानी के तालाब में छिड़काकर ठंडा किया जाता है |
Mechanical Draft Type Cooling Tower

यांत्रिक ड्राफ़्ट कूलिंग टावर को क्लोज्ड टाइप कूलिंग टावर या फैन टाइप कूलिंग टावर भी कहते हैं। वह कम स्थान पर लगाया जाता है। इसमें वायु का घुमाव पंखे या ब्लोअर टाइप होता है। इनका कार्य शुष्क वायु को अधिक आयतन के चुनाव पर निर्भर रहता है, यह दो प्रकार के होते है।
- Forced Draft Cooling Tower
- Induced Draft Cooling Tower
Forced Draft Cooling Tower
इस प्रकार के टावर की दीवारे चारों ओर से बंद होती है और हवा नीचे से भेजी जाती है ताकि हवा का बहाव उत्पन्न किया जा सके। इस पर बाहरी हवा व तापक्रम का कोई प्रभाव नहीं पड़ता। इनमें वाटरस्प्रे इलिमेनट प्रयोग में लाये जाते है जो कि हवा छानने के लिये प्रयोग किये जाते है। कंडेन्सर से गर्म पानी स्प्रे नोजल से नीचे गिरता है और ठण्डे पानी को पम्प के द्वारा फिर कण्डेन्सर में पहुँचाया जाता है। इस तरह के टावर कम खर्चे में तैयार किये जा सकते है।
Induced Draft Cooling Tower
इस कूलिंग टावर के अंदर ऊपरी सिरा या साइड में पंखा और ब्लोअर लगाया जाता है। इससे गर्म पानी की गर्मी को हवा के द्वारा बाहर निकाला जाता है जिससे कि कन्डेंसेशन अधिक से अधिक हो सके।
What is Cooling Tower in Hindi
कंडेसर में आने वाले रेफ्रीजरेन्ट को ठण्डा करने के लिये ठण्डा पानी प्रयोग में लाया जाता है। ठण्डा पानी रेफ्रिजिरेन्ट के ताप को ले लेता है जिससे रेफ्रिजरेन्ट ठण्डा हो जाता है। परन्तु पानी गर्म हो जाता है इस पानी को ठंडा करने के लिये कूलिंग टावर उपयोग मे लाया जाता है।